Cibil Score खराब होने पर भी बैंकों को देना होगा लोन, Supreme Court ने दिया ये ऐतिहासिक फैसला
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आजकल हर कोई Cibil Score के बारे में जानता है। बैंक से लोन चाहिए? पहले Cibil Score दिखाओ! अगर स्कोर खराब है, तो बैंक वाले सीधे मना कर देते हैं। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा झन्नाटेदार फैसला सुनाया है कि खराब Cibil Score वालों की भी बल्ले-बल्ले हो गई है।
सुप्रीम कोर्ट का बम फोड़ू फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक ऐसा फैसला सुनाया है, जिसने बैंकों की नींद उड़ा दी है। कोर्ट ने कहा है कि जब तक लोन लेने वाले का पक्ष नहीं सुना जाता, तब तक उसके खाते को फ्रॉड घोषित नहीं किया जा सकता। यानी, बिना सुनवाई के किसी को फ्रॉड कहना अब बैंकों के लिए आसान नहीं होगा।
छात्रों के लिए गुड न्यूज़
केरल हाईकोर्ट ने भी छात्रों के हक में बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा कि कम Cibil Score के आधार पर किसी छात्र को एजुकेशन लोन देने से मना नहीं किया जा सकता। जस्टिस पीवी कुन्हीकृष्णन ने बैंकों को हिदायत दी है कि वे एजुकेशन लोन के आवेदनों पर मानवीय दृष्टिकोण से विचार करें।
RBI की नई गाइडलाइंस
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी डिफॉल्ट ग्राहकों के लिए राहत भरी खबर दी है। अब बैंकों को डिफॉल्ट की रिपोर्टिंग से पहले ग्राहकों को सूचित करना होगा। साथ ही, हर साल एक बार मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट भी मिलेगी। शिकायतों का समाधान 30 दिनों के भीतर करना होगा, नहीं तो जुर्माना लगेगा।
क्या है Cibil Score?
Cibil Score आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का आईना है। अगर आपने समय पर लोन की EMI चुकाई है, तो स्कोर बढ़िया रहेगा। नहीं तो स्कोर नीचे गिरता है, और लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अब कोर्ट और RBI के नए नियमों से ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है।
बैंकों के लिए सख्त निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों को साफ-साफ कह दिया है कि बिना ग्राहक का पक्ष सुने, उनके खाते को फ्रॉड घोषित करना गलत है। इससे ग्राहकों का Cibil Score खराब होता है, और भविष्य में लोन लेने में दिक्कत आती है। अब बैंकों को ग्राहकों को सुनने के बाद ही कोई फैसला लेना होगा।
छात्रों के लिए सुनहरा मौका
केरल हाईकोर्ट के फैसले के बाद, अब कम Cibil Score वाले छात्र भी एजुकेशन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। बैंकों को छात्रों की आर्थिक स्थिति को समझते हुए, उन्हें लोन देने से मना नहीं करना चाहिए। यह फैसला छात्रों के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
RBI के नए नियमों का फायदा
RBI की नई गाइडलाइंस के अनुसार, अब ग्राहकों को हर 15 दिनों में Cibil Score अपडेट की जानकारी मिलेगी। साथ ही, लोन अस्वीकृति की वजह भी बतानी होगी। यह पारदर्शिता ग्राहकों के लिए फायदेमंद होगी और उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी।